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जल्द खुलेंगे स्कूल ,,,NCERT ने जारी किया गाइडलाइन ,,,,,,,,कब खुलेगा स्कूल और किन नियमों का करना होगा पालन - पूरी जानकारी देखें

सत्र 2020-21 के लिए स्कूल खोलने की तैयारी -जारी हुआ गाइडलाइन 

कोरोना के कारण पिछले पांच माह से स्कूल और कॉलेज बंद है , लेकिन अब धीरे धीरे स्कूल खोलने पर विचार किया जा रहा है। इससे पहले केंद्र ने अनलॉक-3 की गाइडलाइन में 31 अगस्त तक स्कूल बंद रखने की बात कही है। अभी जानकरी मिल रही है जिसके अनुसार सितंबर में स्कूल खोलने पर विचार चल रहा है।


कोरोना संकट के बीच जल्द ही स्कूल वापस खुलेंगे। इसको लेकर एनसीईआरटी ने गाइडलाइंस जारी की है। कोरोना वायरस (Coronavirus) के बीच स्कूलों को दोबारा (School Re Opening) खोलने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है।
एनसीईआरटी ने अपनी गाइडलाइंस का ड्राफ्ट (NCERT Guidelines Draft) सरकार को सौंप दिया है। इसके तहत बताया गया है कि स्कूल खुलने पर पढ़ाई का सिलसिला किस तरह शुरू होगा और बच्चों, पेरेंट्स व टीचर्स के लिए किन बातों का ध्यान रखना जरूरी होगा।

चरणवार खुलेगा स्कूल 

सितंबर माह में खुलने वाले स्कूल को चरणों में खोलने का निर्णय लिया गया है ,इसके अनुसार कुल 6 चरण में स्कूल खुलेगी और इसके अनुसार ही क्लास का सञ्चालन किया जायेगा। इस सम्बन्ध में ये वीडियो भी देख सकते है। 





देखिये ये है स्कूल खुलने के 6 चरण 

चरण 1. पहले चरण में 11वीं और 12वीं की कक्षाएं शुरू की जाएंगी।

चरण 2. इसके एक हफ्ते बाद नौवीं और दसवीं की पढ़ाई शुरू होगी।

चरण 3. तीसरे चरण में दो हफ्ते बाद छठी से लेकर आठवीं तक की कक्षाएं शुरू होंगी।

चरण 4. इसके तीन हफ्ते बाद तीसरी से लेकर पांचवीं तक की पढ़ाई होने लगेंगी।

चरण 5. पांचवां चरण पहली और दूसरी कक्षाओं की शुरुआत का होगा।

चरण 6. छठे चरण में पांच हफ्ते बाद अभिभावकों की मंजूरी के साथ नर्सरी व केजी की कक्षाएं शुरू होंगी। हालांकि कंटेनमेंट जोन के स्कूल ग्रीन जोन बनने तक बंद ही रहेंगे।

इस प्रकार अभी जारी गाइडलाइन में कुल 6 चरण में स्कूल खोलने की बात कही गयी है ,ये भी स्थिति पर निर्भर होगी जैसे कोरोना का संक्रमण यदि सितंबर में भी बढ़ता रहा तो इस गाइडलाइन में परिवर्तन किया जा सकता है। 

कक्षा सञ्चालन के लिए ऐसे उपाय अपनाएं जायेंगे 

➦क्लास में स्टूडेंट्स के बीच 6 फीट की दूरी जरूरी होगी। एक कमरे में 30 या 35 बच्चे होंगे।

➦ क्लासरूम के दरवाजे-खिड़कियां खुली रहेंगी और एसी नहीं चलाए जा सकेंगे।

➦बच्चे ऑड-ईवन के आधार पर बुलाए जाएंगे, लेकिन होम असाइनमेंट प्रतिदिन देना होगा।

➦बच्चे सीट न बदलें, इसके लिए डेस्क पर नाम लिखा होगा। रोज वहीं बैठना होगा।

➦कक्षाएं शुरू होने के बाद हर 15 दिन में बच्चे की प्रोग्रेस को लेकर पेरेंट्स से बात करनी होगी।

➦कमरे रोजाना सैनिटाइज हों, ये सुनिश्चित करना प्रबंधन का काम होगा. मॉर्निंग असेंबली और एनुअल फंक्शन जैसा कोई आयोजन नहीं होगा।

➦स्कूल में प्रवेश से पहले छात्रों और स्टाफ की स्क्रीनिंग होगी। स्कूल के बाहर खाने-पीने के स्टॉल नहीं लगाए जाएंगे।

➦बच्चों के लिए कॉपी, पेन, पेंसिल या खाना शेयर करने की मनाही होगी. बच्चों को अपना पानी साथ लाना होगा।

➦हर बच्चे के लिए मास्क पहनना जरूरी होगी. स्कूल में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल न रखने पर बच्चे के पेरेंट्स को सूचित किया जाएगा।

ये सावधानी भी जरुरी होगी 

➦चिकित्सा, सुरक्षा या सफाई संबंधी कामों से जुड़े पेरेंट्स को इसकी सूचना पहले ही स्कूल को देनी होगी।

➦उन्हीं अभिभावकों को शिक्षकों से मिलने की अनुमति होगी जो फोन पर संपर्क करने की स्थिति में नहीं होंगे।

➦पेरेंट्स-टीचर्स मीटिंग नहीं होगी। ट्रांसपोर्ट को लेकर जल्द ही गाइडलाइन जारी कर दी जाएगी।

➦जहां तक हॉस्टल की बात है तो वहां भी छह-छह फीट की दूरी पर बेट लगाने होंगे।

अभी वर्तमान में स्कूल और कॉलेज एवं सभी शैक्षणिक संस्थाएं बंद है ,राज्य सरकारें अपने स्तर में बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था किये है। 

छत्तीसगढ़ में पढ़ाई की वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में विभिन्न मॉडल से पढ़ाई कराये जा रहे है। जैसे -ऑनलाइन पढ़ाई के लिए पढ़ाई तुंहर दुआर के अंतर्गत CGSCHOOL.IN वेबसाइट के माध्यम से पढ़ाई चल रही है। 

इसी प्रकार पढ़ाई के ऑफलाइन मॉडल जैसे -लाउडस्पीकर से पढ़ाई ,मोहल्ला क्लास के माध्यम से ,मोटरसायकल गुरूजी ,मिस्ड कॉल गुरूजी और अन्य मॉडल से भी पढ़ाई चल रही है। 

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