शिक्षकों के क्लास का टीवी में होगा प्रसारण -शहरी बच्चों को मिलेगा फायदा
वर्तमान में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण स्कूल लगभग 5 महीने से बंद पड़े हैं। ऐसे में बच्चों को पढ़ाई से जोड़ने के लिए राज्य और जिला प्रशासन द्वारा कई प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए कई योजनाएं भी सरकार की ओर से चलाये जा रहे है।
जैसे -पढ़ाई तुंहर दुआर , लाउडस्पीकर क्लास ,मिस्ड काल गुरूजी ,बुलटु के बोल ,मोटरसाइकिल गुरूजी इत्यादि। इसके आलावा शिक्षकों द्वारा भी पढ़ाई के कई मॉडल तैयार किये जा रहे है ,जिससे बच्चों को पढ़ाई से जोड़ा जा सके।
जशपुर जिले के शहरी इलाके के बच्चों को पढ़ाई से जोड़ने के लिए अब पाठ्यक्रम का प्रसारण टीवी पर किया जाएगा। जिला प्रशासन ने इसे पढ़ाई तुंहर दुआर योजना अंतर्गत टीवी ला देखहीं अउ लइका मन सीखहीं कार्यक्रम नाम दिया है।
शिक्षा विभाग ने योजना के तहत मंगलवार से विषयों की पढ़ाई का प्रसारण शुरू किया जाएगा। डीईओ एन कुजूर ने बताया कि शुरुआती दौर में जशपुर विकासखंड से इसकी शुरुआत की जा रही है। जशपुर पालिका इलाके में केबल के 2600 कनेक्शन हैं।
इन केबल कनेक्शनों के जरिए हमारा लक्ष्य शहर के 2400 बच्चों को टीवी पर प्रसारित क्लास से जोड़ने का है। विभागीय टीम द्वारा शहरी इलाके में सर्वेक्षण का काम पूरा कर लिया है। शुरुआत में ही करीब 1200 बच्चे टीवी पर प्रसारित होने वाली कक्षाओं से जुड़ जाएंगे।
टीवी पर क्लास के संबंध जानकारी रविवार रात से देनी शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से ही प्रसारण के समय की जानकारी अभिभावकों काे दी जा रही है। प्रतिदिन दोपहर 12 से 2 बजे तक टीवी पर तीन विषयों की क्लास चलेगी, जिसमें मिडिल स्कूल के बच्चों के लिए दो क्लास और प्राइमरी स्कूल के बच्चों के लिए एक क्लास लगेगी।
सरकारी स्कूलों के साथ-साथ निजी स्कूल के बच्चे भी टीवी पर प्रसारित होने वाले क्लास का लाभ उठाएंगे। यह क्लास हिन्दी माध्यम के बच्चों के लिए होगा।
क्लास की होगी पहले रिकार्डिंग
जशपुर बीईओ एमजेडयू सिद्दकी ने बताया कि केबल ऑपरेटर की मदद से प्रतिदिन तय समय पर टीवी पर क्लास की रिकार्डिंग प्ले की जाएगी। शहर के सुनील केबल द्वारा बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखने के लिए यह सेवा दे रहे हैं।
विषयों में एक्सपर्ट टीचर के क्लास की रिकार्डिंग कराई जा रही है है। रविवार को 6 विषयों की रिकार्डिंग हुई है। अब तक 12 रिकार्डिंग कैसेट्स बन चुके हैं। बीईओ ने बताया कि प्रतिदिन शिक्षकों द्वारा चार क्लास की रिकार्डिंग की जाएगी और विभाग के पास प्ले करने के लिए 15 रिकार्डिंग हमेशा स्टॉक में होगा।
पुस्तक के आधार पर पाठ एक से रिकार्डिंग प्ले किया जाएगा। शुरुआत में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के कुछ सुझाव भी बताए जाएंगे।
मोहल्ला क्लास के बाद अब ये नया मॉडल
पढ़ाई तुंहर दुआर योजना में पढ़ाई का यह तरीका अब तक प्रदेश के रायगढ़ जिले में भी अपनाया गया है। कलेक्टर महादेव कावरे की पहल पर जशपुर में इसकी शुरुआत हो रही है। डीईओ एन कुजूर का कहना है कि जशपुर के बाद जिले के अन्य नगरीय निकाय बगीचा, कुनकुरी, पत्थलगांव व कोतबा में भी इसे शुरू कराया जाएगा।
इससे पहले जशपुर जिले में ग्रामीण बच्चों को पढ़ाने के लिए मोहल्ला क्लास की शुरुआत की गई है, जिसके तहत चार दिन में 250 से अधिक मोहल्लों में क्लास लग चुकी है। मोबाइल के जरिए भी बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई में बच्चों की संख्या बढ़ रही है।
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