रायपुर 18.12.21: वेतन विसंगति दूर करने के मांग को लेकर प्रदेश के सहायक शिक्षकों द्वारा अनिश्चित कालीन आन्दोलन किया जा रहा है . आन्दोलन को विभिन्न चरणों और प्रतिदिन नए नए कार्यक्रम के द्वारा मजबूत किया जा रहा है .सहायक शिक्षकों के आन्दोलन को आठ दिन हो चुके है .लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है .
सहायक शिक्षकों के आन्दोलन को सभी का समर्थन मिल रहा है , जैसे - शिक्षक संगठन ,कर्मचारी संघठन ,सामाजिक कार्यकर्ता संगठन ,पालकों का संगठन ,आम जनता का समर्थन इत्यादि .चारो ओर से मिल रहे समर्थन के कारण सहायक शिक्षकों का आन्दोलन और भी मजबूत स्थिति में पहुँच गया है .
पालक -बालक संघर्ष समिति की सरकार को चेतावनी
सहायक शिक्षकों के आन्दोलन के सम्बन्ध में कोइलिबेडा के पालक बालक संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा है जिसमे ,सहायक शिक्षकों के हड़ताल के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होने की बात कही गयी है .जिसमे कहा गया है कि कोरोना के कारण पिछले 2 वर्षों से स्चूलों में पढाई नहीं हुआ है .
विगत कुछ माह पूर्व स्कूल खुला और पढ़ाई शुआ था किन्तु सहायक शिक्षकों के हड़ताल के कारण बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह प्रभावित है .पालक बालक संघर्ष समिति द्वारा अपने ज्ञापन में आगे कहा गया है कि -शिक्षकों की आवश्यक मांग और समस्याओं को तीन दिवस के भीतर समाधान करें .
शिक्षकों की मांगे पूर्ण नहीं पर पालक बालक संघर्ष समिति द्वारा विद्यार्थियों के साथ अनिश्चित कालीन आन्दोलन करने के लिए बाध्य होंगे .
इस प्रकार अब पालकों द्वारा भी सहायक शिक्षकों के मांगों का समर्थन करते हुए सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया है .
सहायक शिक्षक और प्रसासन के बीच वार्ता विफल
वेतन विसंगति दूर करने के लिए सहायक शिक्षकों के आन्दोलन के सातवें दिन सरकार की ओर से चर्चा के लिए सहायक शिक्षकों के प्रतिनिधि मंडल को बुलाया गया लेकिन ये वार्ता विफल हो गयी , वार्ता में सरकार की ओर से मुख्य सचिव श्री आलोक शुक्ला द्वारा अगुआई की गयी ,जिसमे कहा गया कि सरकार की ओर से गठित कमेटी की अंतिम बैठक मंगलवार को होगी उसके बाद मांगों पर विचार किया जाएगा .
सहायक शिक्षकों द्वारा सचिव महोदय को साफ साफ कह दिया गया कि आप कमेटी के साथ मगलवार को बैठक कर रिपोर्ट मुख्यमंत्री को दीजिये उसके बाद ही आगे की चर्चा होगी .इस प्रकार सहायक शिक्षकों के प्रतिनिधि मंडल मंत्रालय से वापस धरना स्थल में आ गए और आगे आन्दोलन जरी रखने की घोषणा कर दिए .
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