पदोन्नति के लिए तीन वर्ष - क्रमोन्नति , वेतन विसंगति , और डीए के लिए इन्तजार
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में कैबिनेट मीटिंग में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए ,जिसमे शिक्षा विभाग से सम्बंधित भी एक निर्णय पर मुहर लगा जो शिक्षकों के लिए एक अच्छी खबर है लेकिन ये पर्याप्त नहीं है , क्योंकि कैबिनेट के इस निर्णय से कुछ ही एल बी संवर्ग के शिक्षकों को फायदा मिलेगा.
आज के आर्टिकल में आपको शिक्षकों के लिए गए निर्णय की पूरी जानकारी बताया गया है .किसका प्रमोशन होगा ? ,किसे कितना लाभ होगा ? प्रधान पाठकों के कितने पद रिक्त है ? ये सभी जानकारी के लिए आर्टिकल को अंत तक जरुर पढ़ें .
तीन वर्ष के शिक्षकीय अनुभव में प्रमोशन
Download - कैबिनेट निर्णय आदेश - डाउनलोड करें
शिक्षक एल बी संवर्ग जो पहले पंचायत विभाग के शिक्षक माने जाते थे ,और शिक्षाकर्मी के रूप में कार्य कर रहे थे . वर्ष 2018 में सरकार द्वारा शिक्षा विभाग में संविलियन के पश्चात शिक्षा विभाग के नियमित कर्मचारी हो गये .
संविलियन के पश्चात शिक्षाकर्मियों को एल बी शिक्षक संवर्ग में रखा गया और शिक्षा विभाग में नियमों के अधीन सेवा शर्तें उन पर संविलियन के पश्चात ही दिए जाने का निर्णय लिया गया .
शिक्षा विभाग में पदोन्नति ,क्रमोन्नति और अन्य सभी लाभ के लिए सेवा की गणना संविलियन तिथि से करने के आदेश शिक्षा विभाग द्वारा जारी किया गया था .
पदोन्नति के लिए शिक्षा विभाग में कम से कम पांच वर्ष का शिक्षकीय अनुभव अनिवार्य है .इसके अनुसार एल बी संवर्ग के शिक्षकों को वर्ष 2023 में पदोन्नति का लाभ मिलता ,इसे अब तीन वर्ष करते हुए प्रमोशन का लाभ देने का निर्णय लिया गया है .
क्रमोन्नति के लिए सेवा की गणना
शिक्षा विभाग में शिक्षकों की क्रमोन्नति दस वर्ष की सेवा एक ही पद मे पूर्ण करने पर दिया जाता है .कैबिनेट मीटिंग में क्रमोन्नति के सम्बन्ध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है .जिसके कारण शिक्षा विभाग में दस वर्ष की सेवा के पश्चात ही एल बी संवर्ग को क्रमोन्नति का लाभ वर्तमान नियम के अनुसार मिलेगा .
रिक्त पदों की जानकारी यहाँ देखें
शिक्षा विभाग में शिक्षकों के पदोन्नति से भरे जाने वाले हजारों पद रिक्त है , अब कैबिनेट में लिए गए निर्णय से इन पदों में एल बी संवर्ग के शिक्षकों को लाभ मिल पायेगा .रिक्त पदों की संख्या आप नीचे देख सकते है .
शासकीय प्राथमिक शाला प्रधान पाठक के रिक्त पद
रायपुर संभाग में 5072, बिलासपुर संभाग में 4690, दुर्ग संभाग में 4269, बस्तर संभाग में 3648, सरगुजा संभाग में 4032 के करीब शासकीय प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक रिक्त है . इस प्रकार प्राथमिक शाला में प्रधान पाठक के लगभग 22 हजार पद रिक्त है .
इसी प्रकार शिक्षा विभाग में मिडिल स्कूल प्रधान पाठक के 06 हजार, व्याख्याता के 10 हजार, शिक्षक के 08 हजार व प्राचार्य के लगभग 2800 पद रिक्त है,
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