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जनगणना 2021 के लिए प्रगणक और पर्यवेक्षक की सूचि तैयार करने के आदेश - Prepare the list of enumerators and supervisors for Census 2021

भारत की जनगणना - 2021 | CENSUS Of INDIA 

देश में आखिरी बार जनगणना 2011 में हुई थी। इस जनगणना को एक दशक पूरा हो चुका है। इस एक दशक में देश में बहुत कुछ बदल गया है। 2011 की जनगणना के अंतिम आंकड़ों के मुताबिक, भारत की आबादी 1.21 अरब यानी 121 करोड़ है। यह जनसंख्या अमेरिका, इंडोनेशिया, ब्राजील, पाकिस्तान और बांग्लादेश जैस देशों की कुल आबादी से भी अधिक है।

जनगणना 2021 के लिए प्रगणक और पर्यवेक्षक सूचि 

जनगणना एक राष्ट्रिय कार्य है जो बहुत ही महत्वपूर्ण होता है .जनगणना के माध्यम से ही सरकार योजनाओं का निर्माण और उसका क्रियान्वयन करता है .इस कार्य के लिए सभी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाईं जाती है . जिसमे सबसे अधिक संख्या में शिक्षकों की ड्यूटी लगती है .


जनगणना 2021 के लिए प्रगणक और पर्यवेक्षकों की सूचि बनाने का कार्य शुरू हो गया है .इसके लिए उच्च कार्यलय द्वारा जल्द ही कर्मचारियों की सूचि मंगाई गयी है .यहाँ पर तिल्दा विकासखंड शिक्षा अधिकारी जिला रायपुर से शिक्षकों की सूचि बनाने के आदेश जरी किये गये है .आदेश नीचे लिंक से डाउनलोड कर सकते है .

Download -आदेश 

इस प्रारूप में बनेगा कर्मचारियों की सूचि 

प्रारूप को इस लिंक से डाउनलोड करें 

इस प्रकार का आदेश अन्य  जिलों से भी जारी होगा . जिसकी जानकारी हमारे इस वेब साईट के माध्यम से दिया जाएगा .साथ ही जनगणना कार्य से सम्बंधित सभी जानकारी भी आप हमारे वेब साईट के माध्यम से प्राप्त कर सकते है .इसके लिए सीधे  google में सर्च करें - www.abdsnews.com 


दो चरणों में होती है जनगणना

देश में 2011 की जनगणना को दो चरणों में पूरा किया गया था। पहले चरण में अप्रैल 2010 से सितंबर 2010 के बीच देशभर में घरों की गिनती की गई थी। वहीं, दूसरे चरण में 09 फरवरी, 2011 से 28 फरवरी, 2011 तक चली।

यह जनगणना किसी भी देश के विकास में मील का पत्थर होती है और नीति निर्धारण में अहम भूमिका निभाती है। देश में प्रत्येक 10 साल में एक बार जनगणना होती है। पिछली जनगणना के 10 वर्ष पूरे हो चुके हैं। 2021 में नई जनगणना होनी थी, लेकिन वैश्विक संक्रामक महमारी कोविड-19 के प्रकोप के कारण इसमें लगातार देरी हो रही है।

वर्ष 2011 के जनगणना के राज्यवार आंकड़े नीचे दिए जा रहे है जिसमे नए राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के जनसंख्या को अब अलग करके बताया गया है .

क्र सं /राज्य का नाम / जनसंख्या

1/  उत्तर प्रदेश / 19.98 करोड़+

2 / महाराष्ट्र / 11.23 करोड़+

3 / बिहार / 10.40 करोड़+

4 / पश्चिम बंगाल / 9.12 करोड़+

5/  मध्यप्रदेश / 7.26 करोड़+

6 / तमिलनाडु / 7.21 करोड़+

7 / राजस्थान / 6.85 करोड़+

8/  कर्नाटक / 6.10 करोड़+

9/  गुजरात / 6.04 करोड़+

10 / आंध्र प्रदेश / 4.95 करोड़+

11 / ओड़िशा / 4.19 करोड़+

12/  तेलंगाना / 3.50 करोड़+

13/  केरल / 3.34 करोड़+

14 / झारखंड / 3.29 करोड़+

15 / असम / 3.12 करोड़+

16 / पंजाब  /2.70 करोड़+

17 / छत्तीसगढ़ / 2.55 करोड़+

18 / हरियाणा / 2.53 करोड़+

19/  दिल्ली (यूटी)  / 1.67 करोड़+

20 / जम्मू-कश्मीर (यूटी) /  1.22 करोड़+

21  /उत्तराखंड / 1 करोड़+

22 / हिमाचल प्रदेश / 68.64 लाख+

23 / त्रिपुरा  /36.73 लाख+

24 / मेघालय / 29.66 लाख+

25 / मणिपुर / 28.55 लाख+

26 / नागालैंड  /19.78 लाख+

27 / गोवा/  14.58 लाख+

28 / अरुणाचल प्रदेश / 13.83 लाख+

29  /पुडुचेरी (यूटी)  / 12.47 लाख+

30 / मिजोरम/  10.97 लाख+

31 / चंडीगढ़ (यूटी)  / 10.97 लाख+

32/  सिक्किम / 6.10 लाख+

33 / दादरा एवं नगर हवेली (यूटी) /  5.86 लाख+

34 / अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह (यूटी) /  3.80 लाख+

35 / लद्दाख (यूटी)  / 2.74 लाख+

36 / दमन तथा दीव (यूटी) /  2.42 लाख+

37 / लक्षद्वीप (यूटी) /  64 हजार+

जनगणना का कार्य अब वर्ष 2022 में शुरू होगा ,जिसका नाम भारत की जनगणना 2021 होगा .जनगणना के सभी अपडेट सबसे पहले प्राप्त करने के लिए आप हमारे वेब साईट abdsnews.com  में नियमित विजित करें .धन्यवाद   

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