जशपुर के दिव्यांग प्रशिक्षण केंद्र में 22 सितंबर की रात एक मूक-बधिर नाबालिग से रेप और 5 बच्चियों के कपड़े फाड़ने की घटना के बाद का पहला वीडियो सामने आया है। यह वीडियो घटना के बाद वहां पहुंचे शिक्षक ने बनाया है। इसमें बच्चियों से शिक्षक साइन लैंग्वेज में सवाल-जवाब कर रही हैं।
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साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट के मुताबिक, बच्चियां उनके साथ हुई घटना बताते हुए कह रही हैं कि ‘एक दाढ़ी वाला आदमी, जो ताला बंद करता है, वह रात में खिड़कियों को धक्का दे-देकर खोल रहा था। सामने वाली खिड़की को उसने खोला। इस समय हम सब सो रहे थे। लाइट बंद थी।
दाढ़ी वाला आदमी अंदर घुसा और उसने लाइट जलाई। हम 6 लड़कियां कमरे में थीं। हम जाग गईं। इसके बाद वह जो ताला लगाता है, उसने हम सबको जोर-जोर से बाहर जाने के लिए कहा। वह सिर्फ एक आदमी था... हम सभी उसके कहने से बाहर आ गए’।
ऐसे टीचर को हॉस्टल सुपरिटेंडेंट बनाया, जिसे साइन लैंग्वेज ही नहीं आती
स्कूल शिक्षा विभाग ने इस 50 सीट वाले मूक-बधिर प्रशिक्षण केंद्र का हॉस्टल प्रभारी संजय राम नामक टीचर को बनाया है। संजय राम के पास पहले से दो स्कूलों का प्रभार है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्हें मूक-बधिर की साइन लैंग्वेज नहीं आती।
संजय राम ने पिछले 2 सालों में 6 बार विभाग के अधिकारियों को अपने अतिरिक्त प्रभार, हॉस्टल में नहीं रह पाने और भाषा नहीं जानने की बात लिखित रूप में बताई, लेकिन उन्हें वहां से नहीं हटाया गया। जब हॉस्टल में सुपरिटेंडेंट नहीं रहता, तो इसका फायदा चौकीदार, केयरटेकर शराबखोरी कर अवैध कामों के लिए उठाने लगे। इनके हौसले इतने बुलंद हुए कि दिव्यांग बच्चियों का रेप तक कर दिया।
विभागीय जाँच की मांग - बेगुनाह को सजा क्यों ?
शिक्षक नेता विवेक दुबे ने एक पुरुष शिक्षक को साइन लैंग्वेज नहीं जानने के बावजूद मूक-बधिर आवासीय परिसर का अधीक्षक बनाए जाने पर जशपुर कलेक्टर से शिकायत की है। विवेक दुबे ने कहा कि जिले के शिक्षा अधिकारी, राजीव गांधी शिक्षा मिशन से जुड़े लोगों ने जानबूझकर ऐसा किया।
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यदि उस हॉस्टल में कोई महिला अधीक्षक रहती और वह उसी परिसर में रहती तो किसी स्टाफ के ऐसा करने की हिम्मत नहीं होती। उन्होंने संजय राम के निलंबन को गलत बताते हुए मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की। जिसे कलेक्टर ने स्वीकार कर लिया है।
केंद्र में एक बच्ची से दुष्कर्म और 5 का किया गया था यौन उत्पीड़न
समर्थ दिव्यांग केंद्र में 22 सितंबर की रात करीब 11 बजे शराब के नशे में धुत केयर टेकर राजेश राम और चौकीदार नरेंद्र भगत ने मूक-बधिर बच्चों से मारपीट और अश्लील हरकतें की। उनके कपड़े फाड़ दिए। बच्चे जान बचाने के लिए नग्न हालत में कैंपस में भागते रहे।
चौकीदार ने 15 साल की एक बच्ची से दुष्कर्म किया। जबकि 5 बच्चियों से यौन उत्पीड़न किया गया। केंद्र का संचालन खनिज न्यास मद के तहत राजीव गांधी शिक्षा मिशन की ओर से किया जाता है। 3 दिन बाद केंद्र के अधीक्षक संजय राम को निलंबित और जिला समन्वयक विनोद पैंकरा को शो-कॉज नोटिस जारी किया गया है।
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