जिला शिक्षा अधिकारी कबीरधाम के आदेश में त्रुटि
सत्र 2021-22 में बच्चों की पढ़ाई विभिन्न माध्यमों से शुरू हो चुकी है। बच्चों को मोहल्ला क्लास ,पारा क्लास ,ऑनलाइन क्लास और विभिन्न तरीकों से शिक्षकों द्वारा पढ़ाया जा रहा है। संसाधान की कमी के बावजूद भी शिक्षक बच्चों के हित में अपने दायित्व का निर्वहन कर रहे है।
लम्बे समय से बच्चे स्कूल से दूर रहने के कारण उनके अध्ययन के स्तर में गिरावट आना स्वभाविक है। कुछ बच्चे तो लिखना और पढ़ना भी भूल गए है। इस बात को पालक और अधिकारी भी स्वीकार करते है।
अब जबकि स्कूल खोलने के आदेश शासन द्वारा जारी किया गया है तब 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ बच्चे स्कूल आ रहे है। और उन्हें ऑफलाइन माध्यम से पढ़ाया जा रहा है।
पिछले कुछ दिनों से एक आदेश और वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। वीडियो में जिला शिक्षा अधिकारी कक्षा चौथी के एक छात्रा को पुस्तक पढ़ने और शिक्षक को अंत्येष्टि लिखने पर असमर्थता जाहिर कर रहे है।
जिला शिक्षा अधिकारी ने एक शिक्षक को हिंदी में अंत्येष्टि लिखने कहा जिसे शिक्षक ने गलत लिखा ऐसा जिला शिक्षा अधिकारी ने अपने किसी कर्मचारी से पूछकर कहा। इस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने शिक्षक को डांट भी लगाई कि आपने हिंदी साहित्य में एम ए किया है और अंत्येष्टि लिखना नहीं आ रहा है।
शिक्षक के वेतन वृद्धि रोकने के आदेश
जिला शिक्षा अधिकारी कबीरधाम के द्वारा दिनांक 31.07.2021 को जिले के शासकीय प्राथमिक शाला रक्से का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमे मोहल्ला क्लास का सञ्चालन शिक्षकों द्वारा किया जा रहा था। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी ने ऊपर बताये अनुसार शिक्षक और बच्चे से अध्ययन अध्यापन से असहमत हुए।
उक्त वाकया के बाद जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा सम्बंधित शिक्षक के आगामी एक वेतन वृद्धि को असंचयी प्रभाव से रोकने के आदेश जारी कर दिए। जो बड़ी तेजी से सोशल मीडिया में वायरल होने लगा।
वीडियो भी हो रहा वायरल
जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा निरीक्षण के दौरान शिक्षक से लिखवाने और बच्चे से पुस्तक पढ़ने का वीडियो बनवाया गया जिसे सोशल मीडिया में वायरल कर दिया गया। क्या अधिकारी का इस तरह का कृत्य सही है ? क्या किसी का इससे मान सम्मान में ठेस नहीं पहुँचती ? क्या इस अधिकारी पर कार्यवाही नहीं होनी चाहिए ? आप नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर अपनी राय दें।
जिलाशिक्षा अधिकारी के आदेश में बड़ी त्रुटि
जैसे कि आप आर्टिकल में पढ़ ही लिए होंगे कि एक शिक्षक से अंत्येष्टि लिखने पर त्रुटि होने से उनके एक वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने के आदेश जिला शिक्षा अधिकारी कबीरधाम के द्वारा जारी कर दिया गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से जारी आदेश में एक बहुत बड़ी गलती नजर आ रहा है। जो शोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। आदेश में असमर्थता को असर्मथता लिखा गया है। और ये गलती एक बार नहीं बल्कि दो बार हुआ है।
जिला शिक्षाधिकारी द्वारा एक शिक्षक द्वारा लिखने में त्रुटि और बच्चे के नहीं पढ़ पाने के कारण वेतन वृद्धि रोकने के आदेश जारी किये है किन्तु उनके आदेश में ही बड़ी गलती है। ऐसे में अब सवाल ये है कि जिला शिक्षा अधिकारी के ऊपर भी कार्यवाही होनी चाहिए।
DEO का आदेश देखें
9 Comments
Video viral karke teacher ko apmanit karna bilkul galat hai. Adhikari ko apne adhinasth karmachariyon ka is tarah apman nhi karna chahiye
ReplyDeleteडी. ई. ओ. को निलंबित करना चाहिए
ReplyDeleteपता नही आफिस में ओर क्या गुल खिलाता होगा
ऐसे अधिकारी ग्रेस मार्क से उत्तीर्ण होकर रिश्वत देकर नौकरी पाए होंगे । यह सच्चा है कि बच्चे काफी समय से स्कूल में नहीं आए जिसके कारण त्रुटि संभव है । इन्हें किसी के साथ अन्याय करना महंगा पड़ेगा ।
ReplyDeleteकिसी के मान सम्मान का भी ध्यान अधिकारी को रखना चाहिए । अपने ही समाज को बदनाम करना अच्छा नहीं होता । कोई किसी के पेट पर लात न मारे ।
ReplyDeleteजिला शिक्षा अधिकारी के ऊपर भी कार्यवाही होना चाहिए
ReplyDeleteसोच समझ कर फैसला लेना चाहिए
ReplyDeleteKarywahi hona chahiye
ReplyDeleteGalat hai... Teachers ka apmaan nahi karna chahiye.....
ReplyDeleteदेखिये उक्त शिक्षक को इस तरह अपमानित करना नही
ReplyDeleteनहीं चाहिये था। उनके आदेश कापी में भी गलती है उन पर भी कार्यवाही होनी चाहिए।