धमतरी : कोरोना महामारी संक्रमण के खतरे को देखते हुए स्कूलों को बच्चों के लिए बंद रखा गया है ,लेकिन शासन के निर्देशानुसार बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए ऑनलाइन और विभिन्न ऑफलाइन माध्यम जिसमे मोहल्ला और पारा क्लास शामिल है - व्यवस्था की गयी है।
मोहल्ला क्लास के अंतर्गत बच्चों को गाँव में ही उनके मोहल्ला के किसी स्थान में बैठाकर शिक्षक पढ़ाई करते है। लेकिन यहाँ भी कोरोना संक्रमण का ख़तरा बना हुआ है। ऐसे में पालक अपने बच्चों को इस प्रकार खुले आसमान और गली मोहल्ले में भेजने में कतरा रहे है।
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आठवीं कक्षा की दो छत्राएं मिली पॉजिटिव
मोहल्ला क्लास की दो छात्राएं पॉजिटिव मिल गयी है जिससे अन्य छात्रों और शिक्षकों में भी सक्रमण की सम्भावना बढ़ गयी है। ये मामला धमतरी जिले के मुजहहन की है।यहां शासन के आदेशनुसार शिक्षकों द्वारा सामुदायिक भवन में मोहल्ला क्लास लिया जा रहा था।
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इस बीच जांच के दौरान क्लास में शामिल होने वाली कक्षा आठवीं की दो छात्राएं कोरोना पॉजिटिव पायी गयी है ,जिससे अन्य छात्राओं में डर का माहौल बना हुआ है।
स्थगित की गयी मोहल्ला क्लास
कक्षा आठवीं की दो छात्राओं के पॉजिटिव आने के बाद सामुदायिक भवन मुजहहन में लग रहे मोहल्ला क्लास को आगामी 27 जुलाई तक स्थगित कर दिया गया है।
मोहल्ला क्लास में शामिल हो रहे अन्य छात्रों की भी कोरोना जांच करने की बात कही जा रही है ,अब देखने वाली बात है कि कहीं अन्य बच्चों में भी संक्रमण तो नहीं हुआ है।
मोहल्ला क्लास का हो रहा विरोध
स्कूल के अलावा कहीं बाहर बैठाकर बच्चों को पढ़ाना इस संक्रमण के दौर में ख़तरा ही है। क्योंकि इस बरसात के मौसम में बाहर काफी गन्दगी होती है। कई जगह ऐसे है जहां सामुदायिक भवन में क्लास का सञ्चालन हो रहा है जहां शौचालय और पानी ,रोशनदान की व्यवस्था नहीं है।
ऐसे में शिक्षकों द्वारा मोहल्ला क्लास का विरोध भी किया जा रहा है। कुछ जगहों में ग्रामवासी भी इस प्रकार चल रहे मोहल्ला क्लास का विरोध कर रहे है ,क्योंकि तीसरी लहर का ख़तरा भी अभी बना हुआ है। यदि क्लास लगाना ही है तो स्कूल में बच्चों को रोटेशन में बुलाकर लगाया जा सकता है।
जैसे यदि किसी स्कूल में 100 बच्चे है तो एक दिन में 25 बच्चों को बुला सकते है या एक कक्षा के बच्चों को एक दिन में बुलाना चाहिए।
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11 Comments
मोहल्ला कक्षा सुरक्षित नही है!
ReplyDeleteMohalla class me bhi utna hi khtra hai jitna school kholne pr hai.
Deleteस्कूल में कोरोना है और मोहल्ला में नही
ReplyDeleteये मिथ्या भ्रम है
स्कूल में गुरु जी कोरोना को दौड़ा कर धर पकड़ कर लेंगे पर अब कोरोना ड्यूटी बंद है इस लिए मोहल्ला क्लास चल रहा है।
DeleteSahi bol rahai Hai aap Kaya school mai Corona hai Gali mohalla Gao mai sadako mai,samudayik bhavan mai corona nhi.hai samudayik Roop say oska use Sabhi Gao Kay niwasi kar rahai Hai example humaray ankho dekhai hum samudayik bhavan mai class letai hai wahi shadi ka karykram wahi hota hai
DeleteYeh sahi Hai school sab say safe place hai student k liay bhi teachers k liay bhi
DeleteMohalla class is a so much danger of students
ReplyDeleteSchool hi safe place hai batcho k liay bhi teachers k liay bhi dono k liay wash room ki koi suvidha nhi har 1 Jagah par yahi problem hai school mai benches hai batchey distance mai bethtai hai baht hi care k sath
ReplyDeleteAbhi 2 month say mohalla class lay rahai Hai dar dar kar
ReplyDeleteमोहल्ला पारा क्लास की चोचला की अपेक्षा सरकार को स्कूल ही खोल देना चाहिए। किसी भी प्राथमिक शाला में एक कक्षा में 15-20 से अधिक बच्चे नहीं है अतः दो शिक्षक के हिसाब से दो-दो कक्षाओं के बच्चों को एक-एक दिन बुलाकर पढाई कराना चाहिए या फिर शिक्षकों को पूरी आजादी दे देना चाहिए कि वो अपने बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था अपने हिसाब से कर सकते हैं।
ReplyDeleteछत्तीसगढ़ का दुर्भाग्य है कि सबसे लंबे समय तक शाला बंद गत वर्ष ही रहा है।लेकिन विडंबना है कि सबसे अधिक पुस्तकें बीते साल ही प्राप्त हुआ है। वैसे ही मध्याह्न भोजन का हाल है।स्कूलों मे गैस सिलेंडर व चूल्हा नहीं है।वोट बैंक के लिए मुफ्त में बांँटे जा रहे हैं।जो बर्तन या फर्नीचर माँग करोगे तो मिलता नहीं।जिसकी जरूरत नहीं उसे भेज देते हैं।
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