HTML/JavaScript

मोहल्ला क्लास में बच्चे की मौत का जिम्मेदार कौन - कहाँ गए वे अधिकारी जो मोहल्ला क्लास के लिए शिक्षकों पर दबाव बनाते है - बरसात में बंद हो मोहल्ला क्लास

Who Is Responsible For Death Of Child In Mohalla Class

राजनांदगांव  :-पढ़ई तुंहर दुआर के अंतर्गत प्रदेश में गली मोहल्ले में बच्चों को पढ़ाना कहाँ तक सही है ? क्या बच्चों को किसी गली या किसी पेड़ के नीचे बैठकर वर्तमान में पढ़ाना सुरक्षित है जबकि कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी स्वास्थ्य विभाग ने जारी कर दिया है। 

स्कूल शिक्षा विभाग ने बच्चों को विभिन्न ऑफलाइन और ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाने के निर्देश जारी किये है ,जिसमे मोहल्ला और पारा क्लास ,बुल्टू के बोल ,लाउडस्पीकर क्लास इत्यादि शामिल है। लेकिन इन सभी आदेशों में क्लास को अनिवार्य नहीं बल्कि स्वैच्छिक रखा गया है। 



स्थानीय अधिकारी बनाते है दबाव 

मोहल्ला -पारा क्लास के लिए स्थानीय अधिकारीयों द्वारा शिक्षक पर दबाव बनाया जाता है और उनके वेतन रोकने जैसे कार्यवाही किया जाता है। जबकि शिक्षक स्थिति के अनुसार शासन के सभीआदेश और  निर्देशों का पालन कर रहे है। 

मोहल्ला क्लास की बात करें तो कई जगह ऐसे है जहां गली मोहल्ले या कहीं बहार में बच्चों को बैठाकर पढ़ाना संभव नहीं है। लेकिन फिर भी अधिकारी मोहल्ला क्लास को अनिवार्य रूप से लेने के लिए दबाव बनाते है ,जिससे शिक्षक मजबूर है। 

बच्चे के मौत की जिम्मेदारी ले अधिकारी - शिक्षक संघ 

राजनांदगांव के अम्बागढ़ चौकी थाना क्षेत्र के अंतर्गत खुरसिटिकुल प्राथमिक शाला में पढ़ने वाले बालक चंद्रेश की मोहल्ला क्लास के दौरान किसी जहरीले कीड़े /सांप के काटने से असामयिक मृत्यु ने सभी का दिल दहला दिया है। 

यदि मोहल्ला क्लास नहीं लगती तो उस बालक की जान बच जाती। अब यहाँ सवाल ये है कि आखिर बालक चंद्रेश के मौत का जिम्मेदार कौन है ? इस घटना की जिम्मेदारी कोई क्यों नहीं ले रहा है ? ओ अधिकारी कहाँ गए जो मोहल्ला क्लास के लिए शिक्षकों पर दबाव बनाते है। 

निश्चित ही बच्चे के इस असामयिक मृत्यु के लिए वे अधिकारी ही दोषी है जिन्होंने मोहल्ला क्लास को अनिवार्य करते हुए शिक्षकों पर दबाव बनाते है।  

विभिन्न शिक्षक संघटन ने इस घटना के लिए अधिकारीयों को जिम्मेदार माना है और ऐसे अधिकारीयों के ऊपर कार्यवाही करने की मांग किया है। छग टीचर्स एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष संजय शर्मा ने मोहल्ला क्लास को अव्यवहारिक बताते हुए इस घटना के लिए अधिकारीयों को जिम्मेदार बताया है। 

जिला प्रवक्ता देवेंद्र साहू ने कहा है कि शासन के करनी और कथनी में बहुत अंतर् है क्योंकि आदेश में एक ओर मोहल्ला क्लास को ऐच्छिक बताया जाता है लेकिन सभी जगह शिक्षकों को मोहल्ला क्लास के लिए दबाव बनाया जाता है। 

परिवार को मुआवजा देने की मांग 

बच्चे की मौत पर सभी शिक्षक संगठनों ने दुःख व्यक्त किया है और परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। साथ ही मोहल्ला क्लास को प्रदेश में बंद करने की मांग की है। जब सब कुछ सामान्य हो जाये तो स्कूल में ही बच्चों को पढ़ाना ही उचित होगा। 

Post a Comment

0 Comments