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स्कूल ब्रेकिंग : छग में अभी नहीं खुलेंगे स्कूल - बच्चों की होगी ऑनलाइन और मोहल्ला क्लास के माध्यम से पढ़ाई

 स्कूल शिक्षा -अपडेट : अभी नहीं खुलेंगे बच्चों के लिए  स्कूल 

कोरोना महामारी का संकमण इस कदर हाहाकार मचा हुआ है कि ,इस समय पूरी दुनिया थम सी गयी है। वर्तमान में भारत भी इससे  प्रभावित है। कोरोना की दूसरी लहर ने तबाही मचा दिया था ।और अब तीसरी लहर ने भी दस्तक देना शुरू कर दिया है ,  इस समय सरकारी व्यवस्था भी पूरी तरह ध्वस्त हो चुके है। 

कोरोना की  दूसरी लहर ,पहली लहर की तुलना में बहुत अधिक खतरनाक था  ,और इससे युवा वर्ग अधिक संक्रमित हो रहे थे । इसके साथ ही मौत का आंकड़ा डराने वाली थी । देश की बात करें तो इस समय चार लाख से अधिक संक्रमित एक दिन में मिलने लगे थे  ,वहीँ प्रदेश में 15 हजार से ऊपर संक्रमित प्रतिदिन मिल रहे थे । 

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स्कूलों में फिलहाल,नया सत्र 16  जून से शुरू हो गयी है , लेकिन बच्चों को स्कूल आने की अनुमति शासन स्तर से जारी नहीं किया गया है ,केवल शिक्षकों को नियमित स्कूल जाने के आदेश दिए गए है।  उच्च अधिकारीयों का मानना है कि कम से कम नवंबर  तक स्कूल खुलने के कोई आसार नहीं दिख रहे है। 

ऑनलाइन और मोहल्ला क्लास से होगी पढ़ाई 

नए सत्र 16 जून से शुरूहो गया है  लेकिन स्कूल बच्चों के लिए नहीं खुलेंगे ,केवल ऑनलाइन और मोहल्ला क्लास से पढ़ाई होगी। इसके लिए शिक्षा विभाग सभी जिला शिक्षा अधिकारीयों को आदेश जारी  कर दिया है। अधिकारीयों का मानना है कि स्कूल कब खुलेंगे इसके बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। 

शिक्षा विद कहते है कि पिछले सत्र में कक्षा 1 से 8 तक स्कूल एक भी दिन नहीं खुले थे और इस बार भी पहली से आठवीं तक स्कूल कब खुलेंगे यह कहना मुश्किल है। इसके साथ ही उच्च कक्षाओं के खुलने की सम्भावना कम ही है। सब कुछ कोरोना महामारी की स्थिति पर निर्भर करेगी। 

शिक्षा विभाग ने तैयार किया है - ऑनलाइन पोर्टल 

शिक्षा विभाग ने लगभग 40 लाख बच्चों की पढ़ाई के लिए ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया है जिसमे शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को अपना पंजीयन करना होगा। इस पोर्टल में अध्ययन अध्यापन के सभी मटेरियल अपलोड किये गए है। 

शिक्षा विभाग ने एनआईसी की सहायता से ऑनलाइन पढाई के लिए जो पोर्टल तैयार किया है उसका लिंक cgschool.in है। इस पोर्टल के माध्यम से पिछले सत्र में भी ऑनलाइन पढ़ाई कराई गयी है। 

सत्र 2021-22 के लिए ऑनलाइन पोर्टल को अपडेट किया जा रहा है ,जिसमे कुछ एडवांस फीचर भी होंगे और इस पोर्टल को विद्यार्थी फ्रेंडली बनाने का काम चल रहा है ,जिससे विद्यार्थी आसानी से इस पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई कर सके। 

पीडीऍफ़ फार्मेट में होंगी पाठ्यपुस्तकें ,साथ में आडियो वीडियो भी 

स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा तैयार किये गए ऑनलाइन पोर्टल का उद्देश्य केवल ऑनलाइन क्लास संचालित करना नहीं है बल्कि सभी बच्चों की पढ़ाई के लिए सभी आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराना है। 

इस ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से बच्चों को पाठ्य सामग्री  पीडीऍफ़ फार्मेट में पाठ्यपुस्तक और कोर्स से सम्बंधित ऑडियो और वीडियो भी अपलोड किये जायेंगे। इसके साथ ही अन्य विभिन्न गतिविधियां भी पोर्टल में उपलब्ध रहेंगी। 

शिक्षा सचिव क्या बोलते है देखें 

कोरोना के संकट काल में यह आवश्यक हो गया है कि घरों में रहकर ही बच्चों को पढ़ने -लिखने और सिखने का अवसर प्रदान किया जाये। हालाँकि नए सत्र 16  जून से शुरू हो गया है  लेकिन बच्चों के लिए स्कूल कब खुलेंगे यह निश्चित नहीं है। इसलिए ऑनलाइन और मोहल्ला क्लासेस की ओर ध्यान दिया जा रहा है। ----आलोक शुक्ला ,शिक्षा सचिव 

 स्कूल परिसर  में नहीं लगाना है मोहल्ला क्लास 

मोहल्ला क्लास का सञ्चालन स्कूल परिसर में नहीं करना है ,इस बात का विशेष ध्यान शिक्षकों को रखनी है ,क्योंकि शासन की ओर से बच्चों को स्कूल या स्कूल के सामने बैठाकर पढ़ाने के आदेश नहीं दिए गए है। मोहल्ला क्लास को गाँव के किसी सार्वजानिक स्थान जो बच्चों के लिए अनुकूल हो वहां लगाना है। 

कुछ जगहों पर शिक्षक स्कूल में ही कक्षा का सञ्चालन कर रहे है ,और मोहल्ला क्लास का नाम दे रहे है ऐसे में उनके ऊपर अनुशासनात्मक कार्यवाही भी हो रही है। इसलिए कोई भी शिक्षक इस तरह कार्य न करें कि उनके ऊपर कार्यवाही हो। 

गाँव के अलग अलग जगहों में मोहल्ला -पारा क्लास लगाएं जिससे मोहल्ले के बच्चे लाभान्वित हो सके। क्लास सञ्चालन के समय कोरोना गाइड लाइन का पालन जरूर करें ,मास्क जरूर लगाएं और सभी बच्चों को भी मास्क लगवाएं। 

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9 Comments

  1. आदरणीय सर
    जब आपको कोरोना महामारी के कारण बच्चों हेतु स्कूल खोलने से डर लग रहा है, फिर आप खुद ही मोहल्ला क्लास लगाने हेतु आदेशित करते हैं, यह समझ से परे है।
    मेरा सवाल यह है कि कोरोना क्या स्कूल में है और मोहल्ला में कोरोना नही है????
    संक्रमण और बच्चों की सुरक्षा की बात करें और उनकी सुरक्षा का यदि सच में फिक्र है तो शासन मोहल्ला क्लास लगाने वाली गैरजिम्मेदाराना आदेश प्रसारित नही करती।
    जब सभी प्राइवेट स्कूल फीस लेकर भी ऑनलाइन क्लास चला रहे हैं, तो आप सरकारी स्कूल के लिए ही ऐसा मोहल्ला क्लास लगाने का आदेश कैसे निकाल रहे हैं??? क्या आपको सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की जरा भी फिक्र नही है???
    महोदय अभी सिर्फ ऑनलाइन ही विकल्प है।

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  2. महोदय,
    आनलाईन अध्यापन के लिए मोबाइल की समस्या है खासकर प्राथमिक विद्यालय में मोहल्ला क्लास में सफाई व असुरक्षा हैं।शाला परिसर में अध्यापन कराना नहीं है। ऊपर से बरसात का महिना व कोरोना का खतरा। ऐसे मेंअपने जिम्मेदारी से हटकर शिक्षकों को मानसिक तनाव देना उचित नहीं।

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  3. जिन विद्यालयों में दर्ज संख्या कम है वहाँ विद्यालय में ही कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए क्लास लगाने की अनुमति प्रदान की जानी चाहिए

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  4. जरा सोचिए कि यदि कोई बच्चा पॉजिटिव हो जाये तो पूरा ठीकरा शिक्षक के ऊपर डालने को प्रशाशन तैयार हो जाएगा शाशन को चाहिए बच्चो एवम शिक्षक के बारे मे भी सोचे स्कूल बंद है तो शिक्षक घर से ही कक्षा का संचालन करें इससे उनको भी तनाव नही होगा और वो अच्छे से बच्चो को पढ़ा सकेंगे

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  5. अभी खतरा टला नहीं है ऐसे में बच्चों को एक दूसरे के संपर्क में आने से रोकना ही उचित होगा क्योंकि तीसरी लहर इस बार बच्चों को अपना निसना न बना ले क्योंकि अब तक बूढ़े जवान ही इसके चपेट में आए हैं इस लिए जितना हो सके घर से ही सुविधा प्रदान करने का सोचें न कि मोहल्ला या कहीं बच्चों को बुला के खतरा मोल लें।।

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  6. मोहल्ला क्लास में बच्चे शिक्षक की निगरानी में कोरोना नियमों का ध्यान रखते हैं परंतु उसके पहले और बाद में वे नियमों का पालन नहीं करते है।

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  7. शासन अपना काम दो मुहा साँप की तरह कर रहा है पंचायत के माध्यम से जगह उपलब्ध करानी चाहिए या स्थान chinhankiit कर टीचर को उपलब्ध कराए टीचर का रोज दिन तना व बढाने ka काम है इससे हमारे शिक्षक Dipration का शिकार हो रहे है

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  8. Aap sahi kah rahe hai ye do tarfa neeti hi galat hai jab class lagwana hai to school me hi khulwa dene chahiye

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