रायपुर : वर्तमान में प्रदेश के लगभग सभी जिले लॉक डाउन है ,जिसके कारण सभी सरकारी कार्यालय बंद है ऐसे में कर्मचारियों का वेतन देयक भौतिक रूप में जमा करना संभव नहीं है ,इसलिए संचालनालय कोष लेखा एवं पेंशन द्वारा सभी कोषालय अधिकारीयों को पत्र जारी किया है।
संचलनालय कोष लेखा एवं पेंशन से जारी लेटर में कहा गया है कि वर्तमान में प्रदेश के लगभग सभी जिले COVID-19 वायरस के रोकथाम एवं बचाव हेतु लॉक डाउन है जिससे सभी शासकीय कार्यालय बंद है ,साथ ही सामान्य आवागमन भी बंद है।
ऐसी परिस्थिति में अप्रैल 2021 का वेतन देयक एवं अन्य आवश्यक वेतन देयक के आहरण एवं संवितरण अधिकारीयों द्वारा भौतिक रूप से वेतन देयक कार्यालय में जमा करना संभव नहीं है। इसलिए सारी प्रक्रिया ऑनलाइन किया जाना है।
Online e-Payroll से बनेगा वेतन
अप्रैल 2021 का वेतन e-payroll के माध्यम से ऑनलाइन जनरेट किया जायेगा इसके लिए ekosh पोर्टल में सॉफ्टवेयर अपलोड कर दिए गए है। सम्बंधित आहरण संवितरण अधिकारी अपने लॉगिन से शासन द्वारा उपलब्ध कराये सॉफ्टवेयर में BTR की जानकारी अपलोड करने कहा गया है।
वेतन देयक एवं अन्य देयकों की BTR सहित भौतिक प्रति कोषालय अधिकारी द्वारा बाद में जमा किया जा सकता है।
अप्रैल माह का वेतन कर्मचारियों के खाते में माह की अंतिम तारीख या उससे पहले जमा हो जायेगा ,क्योंकि सभी DDO इस कार्य में लग गए है।
एक दिन का कटेगा वेतन
जैसे कि आप सभी को मालूम है राज्य सरकार की ओर से सभी कर्मचारियों और अधिकारीयों को एक दिन की वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करने का आग्रह किया गया है। साथ ही आपको बता दें कि ये कटौती स्वैच्छिक है ,लेकिन सॉफ्टवेयर को इस प्रकार बनाया गया है कि बिना वेतन कटौती के वेतन जमा हो ही नहीं रहा है। इस स्थिति में सभी कर्मचारियों का एक दिन का वेतन कटेगा ही।
राज्य सरकार अभी तक शिक्षकों को कोरोना वारियर्स का दर्जा नहीं दिया है और न ही किसी प्रकार की बीमा शिक्षकों के लिए लागु है ,जबकि शिक्षक कोरोना सम्बन्धी सभी प्रकार की ड्यूटी कर रहे है।
कई शिक्षक कोरोना ड्यूटी के दौरान संक्रमित होकर अपनी जान भी गवां बैठे है ,लेकिन सरकार इसे नजर अंदाज कर रही है।
हम भी सरकार से आग्रह करते है कि शिक्षकों को फ्रंट लाइन कोरोना वारियर्स मानते हुए 50 लाख का बीमा जल्द करें। जिससे शिक्षकों के परिवार को सहायता मिल सके। धन्यवाद।
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