PRIMARY AND MIDDLE SCHOOL STUDENTS EVOLUATION
स्कूल शिक्षा विभाग ने कक्षा 1 से 8 तक सभी विद्यार्थियों का आंकलन करने का निर्णय लिया है। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ आलोक शुक्ला ने जिला शिक्षा अधिकारियों से वेबिनार के माध्यम से जानकारी प्राप्त की है।
प्रमुख सचिव डाँ आलोक शुक्ला ने कहा कि अभी जो प्राथमिक और उच्च प्राथमिक (मिडिल ) स्तर के बच्चों का आंकलन होगा वह प्रतिमाह फरवरी माह तक होगा। वेबिनार में ऑनलाइन और ऑफलाइन अध्ययन पर भी चर्चा किया गया।
मॉनिटरिंग के निर्देश
प्रमुख सचिव डॉ आलोक शुक्ला ने जिला शिक्षा अधिकारियों को आंकलन की प्रक्रिया कसावट लाने और अच्छे परिणाम ,और प्रक्रिया में सुधार लाने लिए सतत मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए है।
ऑनलाइन और ऑफलाइन क्लास
कोरोना महामारी के इस संकटकाल में जब सभी स्कूल और कालेज बंद है ऐसे में बच्चों की पढाई जारी रखना काफी मुश्किल है फिर भी शिक्षकों द्वारा बच्चों की पढ़ाई के लिए अनेक नवाचार किये गए है। ये बात प्रमुख सचिव महोदय ने भी स्वीकार किये है।
- इसे पढ़ें >> ऑनलाइन और ऑफलाइन क्लास लेने वाले शिक्षकों को मिलेगा प्रसंसा प्रमाण पत्र - देखें पूरी जानकारी
राज्य स्तर से भी लगातार ऑनलाइन और ऑफलाइन कक्षाएँ संचालित किये जा रहे है ,जिसका लाभ राज्य के विभिन्न अंचलों के बच्चों को मिल रहा है। साथ ही ये भी प्रयास किया जा रहा है कि कोई भी बच्चा पढ़ाई वंचित न हो पाए।
नवीन आंकलन प्रक्रिया
राज्य स्तरीय वेबिनार में प्रमुख सचिव ने कहा कि शिक्षकों द्वारा किये जा रहे ऑनलाइन और ऑफलाइन नवाचार प्रयास का बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ रहा है और बच्चे कितना सीख रहे है इसको हम सब और शासन जानना चाहता है।
बच्चों के आंकलन के लिए नवीन आंकलन प्रक्रिया अपनायी गयी है। नवीन आंकलन प्रक्रिया के माध्यम से शिक्षकों द्वारा बच्चों का विभिन्न आयामों में आंकलन किया जाएगा और इसकी प्रविष्टि ऑनलाइन पोर्टल में भी किया जाएगा।
कैसी है नवीन आंकलन प्रक्रिया देखें
कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों का किया जाने वाला नवीन आंकलन की प्रक्रिया बहुत ही महत्वपूर्ण ,सरल ,लचीली है फॉर्मेटिव है। ये आंकलन रटने पर आधारित न होकर दक्षता पर आधारित है।
दक्षताओं का निर्धारण लर्निंग आउटकम के आधार पर ,कक्षावार ,विषयवार ,किया गया है। एक विषय के सभी कक्षाओं की दक्षताएं एकसमान किन्तु कक्षावार कठिनाई स्तर बढ़ता जाता है।
अंकों के स्थान पर -चार स्तर का निर्धारण
नवीन आंकलन प्रक्रिया में अंकों के स्थान पर चार स्तर का निर्धारण किया गया है। प्रत्येक स्तर पर अलग अलग स्माइली बनाये गए है। ये स्तर इस प्रकार है -
प्रथम स्तर - मदद की आवश्यकता है।
द्वितीय स्तर - बुनियादी समझ है।
तृतीय स्तर - अपेक्षा के अनुरूप करता है।
चतुर्थ स्तर - गहरी समझ है।
ऊपर बताये आंकलन के माध्यम से यह पता किया जा सकता है कि बच्चे सिखने के कौन से स्तर में है। इसी के आधार पर आगामी रणनीति निर्धारित किया जा सकता है।
आज के लेख में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर के बच्चों का आंकलन के बारे में जानकारी दिया गया है। बच्चों का आंकलन कैसे करें ये जानने के लिए ABDSNEWS.COM पर विजिट करें।
इसे भी पढ़ें
0 Comments