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Unlock 5.0 Guideline : अनलॉक 5 में क्या क्या खुलेंगे ? क्या स्कूल खुलने के आसार है - देखें पूरी जानकारी

अनलॉक 5 की गाइडलाइन में क्या क्या  खुलेंगे ? 


कोरोना महामारी के कारण  थम चुकी गतिविधियां धीमे-धीमे रफ्तार पकड़ रही हैं। बुधवार को अनलॉक 4 की सीमा समाप्त हो रही है। ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि  गृह मंत्रालय की ओर से अनलॉक 5 की गाइडलाइन का ऐलान किया जा सकता है। 



कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए 24 मार्च से शुरू हुआ देशव्यापी लॉकडाउन चरणों में लागू होने के बाद जुलाई महीने से चरण दर चरण हटने लगा है। अनलॉक के चार चरणों में अब तक मॉल, सैलून, रेस्तरां, जिम जैसी सार्वजनिक जगहें खोली जा चुकी हैं। 


स्कूल जाने की अनुमति 


अनलॉक चार के तहत जारी पिछली गाइडलाइंस में 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों को सशर्त स्कूल जाने, जिम, योगा सेंटर जैसे स्थानों को खोलने की छूट मिल गई थी।


अनलॉक 5 गाइडलाइंस से उम्मीदें


कुल मिलाकर अब तक बेहद जरूरी सेवाओं की ही अनुमति दी गई है, जबकि मनोरंजन स्थलों- मसलन सिनेमा हॉल, स्विमिंग पूल, एंटरटेनमेंट पार्क आदि नहीं खोले गए हैं। 

कुछ सार्वजनिक समारोहों के आयोजन की इजाजत भी सीमित लोगों के साथ दी गई थी। वहीं, स्कूल-कॉलेजों और ट्रेनों को भी पूरी तरह नहीं खोला गया है। 

प्राथमिक स्कूल नहीं खुलेंगे 

अनलॉक 5 के तहत आज आने वाली गाइडलाइंस में स्कूल सञ्चाल के लिए  इजाजत की उम्मीद की जा रही है। हालांकि, प्राथमिक स्कूलों को खोलने की संभावना नहीं के बराबर है। 

क्या सार्वजनिक सभाओं के लिए मिलेगी अनुमति?


अक्टूबर महीने में त्योहारों और बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कुछ और सार्वजनिक आयोजनों की अनुमति दी जा सकती है। 

साथ ही पहले से जिन सार्वजनिक आयोजनों की अनुमति थी, उनमें लोगों की संख्या बढ़ाई जा सकती है।राजनीतिक सभाओं की अनुमति दिए जाने की भी उम्मीद है। 

पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने दुर्गा पूजा के लिए पंडाल लगाने की इजाजत पहले ही दे दी है। हालांकि, ममता सरकार ने पंडालों को चारों तरफ से खुला रखने, श्रद्धालुओं, आयोजकों समेत अन्य लोगों को मास्क लगाने और पंडाल में जगह-जगह पर सेनिटाइजर रखने जैसी शर्तें भी लगाई हैं। 

सबसे कड़ी शर्त है कि किसी पंडाल में एक वक्त में 100 से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं हो सकते हैं।

ट्रेनों की भारी परेशानी


लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी ट्रेनों की सीमित संख्या के कारण हो रही है। लोगों को आवाजाही में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है और उनका यात्रा खर्च भी बढ़ गया है। 

ऐसे में अनलॉक 5 की गाइडलाइंस में सबसे ज्यादा उम्मीद ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की है। अब तक रेल मंत्रालय गिनती की स्पेशल ट्रेनें चला रहा है। 

इन ट्रेनों में बिना रिजर्वेशन के यात्रा करने की अनुमति नहीं है। इससे भी बड़ी समस्या है कि कई रूट पर पर्याप्त ट्रेनें नहीं है और रिजर्वेशन टिकट का वेटिंग पीरियड दो से तीन महीने तक का है।

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