14580 शिक्षकों की भर्ती के लिए सशर्त नियुक्ति आदेश जारी
छत्त्तीसगढ़ में बहुप्रतीक्षित नियमित शिक्षकों की भर्ती आदेश लम्बे समय के बाद जारी कर दिया गया है। इस आदेश से प्रदेश के लगभग 15 हजार युवाओं का इन्तजार अब खत्म हो गया है।
जैसे कि आप सभी को मालूम है छत्तीसगढ़ में लगभग 25 वर्ष बाद शिक्षकों के नियमित पदों भर्ती की प्रक्रिया शुरू हुई है। आपके जानकारी के लिए बता दें कि सन 1993 के बाद नियमित शिक्षकों भर्ती नहीं की गयी थी ,शिक्षकों के पद को शिक्षाकर्मी के रूप में भरा जा रहा था।
ऐसे हुआ शिक्षकों की नियमित भर्ती
तब से लेकर 2018 तक शिक्षाकर्मियों ने अपने अधिकार को पाने के लिए लम्बी लड़ाई लड़ी ,इसके लिए कई बड़े आंदोलन किये गए ,धरना प्रदर्शन हुआ -और तब जाकर 2018 में छग के तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह ने एक चुनावी सभा में संविलियन की घोषणा की।
जुलाई 2018 में हुआ शिक्षाकर्मियों का संविलियन
तत्कालीन मुख्यमंत्री के घोषणा के बाद अंततः जुलाई 2018 में आठ वर्ष या उससे अधिक सेवा पूर्ण करने वाले शिक्षा कर्मियों को शिक्षा विभाग में संविलियन किया गया , इसके बाद ये प्रक्रिया जारी है .
वर्तमान में कांग्रेस की सरकार ने 2 वर्ष में संविलियन की घोषणा की है ,जिसमे बचे हुए लगभग 17 हजार शिक्षाकर्मी नवंबर 2020 में शिक्षा विभाग में संविलियन कर लिए जायेंगे।
नियमित शिक्षकों की भर्ती -नियुक्ति आदेश
व्यवसायिक शिक्षा मंडल द्वारा शिक्षा विभाग के अंतर्गत नियमित शिक्षकों के भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया था ,जिसकी पूरी प्रक्रिया पूरी हो गयी है ,अब केवल नियुक्ति आदेश देना बाकि है।
शिक्षक भर्ती परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों का दस्तावेज सत्यापन भी पूरा हो चूका है ,लेकिन कोरोना के कारण उन्हें नियुक्ति नहीं दिया गया है। इसके लिए चयनित अभ्यर्थियों ने पिछले दिनों राजधानी में आंदोलन भी किये थे।
इस पुरे मामले को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संज्ञान में लिया और एक हफ्ते में शिक्षकों की नियुक्ति आदेश जारी करने का आदेश दिया ,उसी का परिणाम हैं कि आज स्कूल शिक्षा विभाग ने शर्तों के साथ नियुक्ति की अनुमति आदेश जारी कर दिया है।
नियुक्ति आदेश डाउनलोड करें
नियमित शिक्षकों की भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिया है उस आदेश को आप हमारे इस पोस्ट के माध्यम से डाउनलोड कर सकते है। डाउनलोड लिंक आपको नीचे दिया गया है।
कोरोना संकट के चलते लंबित शिक्षक भर्ती का रास्ता साफ हो गया है। वित्त विभाग की अनुमति के बाद शिक्षा विभाग ने भर्ती प्रक्रिया को पूरी करने का आदेश जारी कर दिया है। बताया जा रहा है कि अब मेरिट लिस्ट में शामिल उम्मीदवारों के दस्तावेजों का परिक्षण किया जाएगा, जिसके बाद उम्मीदवारों को नियुक्ति दे दी जाएगी।
भूपेश सरकार ने शिक्षक अभ्यर्थियों को तोहफा दिया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने 14580 पदों पर शिक्षकों की भर्ती का आदेश जारी कर दिया है। राज्य सरकार ने नियुक्ति से लेकर सर्टिफिकेट वैरिफिकेशन तक के दिशा निर्देश जारी कर दिये हैं।
ऐसे दी जाएगी नियुक्ति
राज्य सरकार ने नियुक्ति को लेकर 8 अलग-अलग बिंदुओं को तैयार किया है, जिसके मुताबिक शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी।
आपको बता दें कि प्रदेश में 14580 पदों पर शिक्षकों की भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया था। व्यापम की परीक्षा के बाद 30 सितंबर 2019 से 22 नवंबर को परीक्षा परिणाम घोषित किये गये।
व्यापम के मेरिट लिस्ट के आधार पर नियुक्ति होनी थी, लेकिन कोरोना की वजह से नियुक्तियां नहीं हो पायी, जिसके बाद शिक्षक अभ्यर्थी नाराज हो गये और लागातार राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलनरत हो गये थे।
नियुक्ति सम्बन्धी आदेश देखें
6 Comments
अब शिक्षक भर्ती का आदेश हो गया है है तो, शिक्षकों का पदोन्नति होना चाहिए
ReplyDeleteशिक्षकों की पदोन्नति होनी चाहिए ....आप बिलकुल सही बोल रहे है सर
Deleteशिक्षकों का प्रमोशन जरुर होना चाहिये,सबको उनका अधिकर समान रुप से मिलना चाहिये,ना हमें प्रमोशन मिल रहा है और ना ही increament
ReplyDeleteशिक्षकों के प्रमोशन ,क्रमोन्नति और इन्क्रीमेंट के लिए सरकार को जल्दी फैसला लेना चाहिए .
DeleteShikshakon ka promotion bhi jaldi hona chahie
ReplyDeletePromotion ki prakriya ab jald hi shuru hone ki sambhavna hai .
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