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जब स्कूल ही नहीं लग रहा है तो - क्या प्राइवेट स्कूल वालों का फीस लेना उचित है - मोबाइल में भेजे जा रहे है फीस के लिए मैसेज ,,,,पालक परेशान

प्राइवेट स्कूलों के फीस से  पालकों में आक्रोश  

वर्तमान समय में कोरोना महामारी के संक्रमण ने पूरी दुनिया में तबाही मचा दिया है ,सभी प्रकार के काम काज प्रभावित हुए है। लोगों को रोजी रोटी छीन गयी है। लोग इस समय तन ,मन और धन तीनों तरह से परेशान है। ऐसे में उनके सामने एक और बड़ी संकट आ खड़ी हुई है ,और ओ है -प्राइवेट स्कूल।


दोस्तों आज हम अपने इस लेख में प्राइवेट स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ाने वाले पालकों और प्राइवेट स्कूल के फीस के बारे में चर्चा करेंगे। आप सभी पाठकों से निवेदन है कि इस लेख को सभी पलकों तक पहुँचाने में अपना योगदान दें। एक शेयर जरूर करें। 

लॉक डाउन में सभी स्कूल बंद है 

फ्रेंड्स जैसे कि आप सभी को मालूम है हमारे देश में कोरोना का संक्रमण इस समय सबसे तेजी से फ़ैल रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार , अभी पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमण के फैलने का रफ़्तार सबसे अधिक भारत में है। एक दिन में 50-60 हजार नए मामले रोज आ रहे है। 

यदि स्कूल की बात करें तो पिछले 5 माह से स्कूलों में ताले लगे है,सभी शैक्षणिक संस्थाएं बंद है। सरकार की ओर से निर्देश है कि बच्चों को घर में रहकर ही पढ़ाई से जोड़ने का प्रयास किया जाये। इसके लिए पढ़ाई तुंहर दुआर और अन्य मॉडल से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। 

सरकारी स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि किसी भी प्रकार से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो। शिक्षकों द्वारा भी अपना पूरा योगदान दिया जा रहा है। पढ़ाई के कई मॉडल तैयार किये गए है जिससे बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। 

कब खुलेगी स्कूल  

कोरोना के कारण अभी स्कूल खुलने की कोई निश्चित तिथि नहीं है। फिर भी एक सामान्य रिपोर्ट के अनुसार अभी दो माह  स्कूल नहीं खुलेगा ,अर्थात अभी आने वाले दो माह तक स्कूलों में पढ़ाई संभव नहीं है। 

प्राइवेट स्कूलों ने कहा -फीस जमा करो 

प्राइवेट स्कूलों द्वारा फीस के लिए पालकों को मेसेज भेजे जा रहे है ,जिससे पालकों को इसकी चिंता सताने लगी है। कई स्कूलों ने तो अगस्त माह तक फीस जमा करने के मैसेज पालकों को भेजे है। 

जब अभी स्कूल लग ही नहीं रहा है ,बच्चे स्कूल जा ही नहीं रहे है , ऐसे में प्राइवेट स्कूलों द्वारा पालकों को फीस के लिए बाध्य करना उचित नहीं है। क्योंकि ऐसे कई पालक है जो  रोजी मंजूरी करके अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में पढ़ा रहे है ,इस समय फीस जमा करना उनके लिए बड़ी मुसीबत है। 

सरकार की ओर से भी प्राइवेट स्कूलों को फीस नहीं लेने का आदेश जारी किया जा चूका है। ऐसे में इन स्कूलों को पालकों की मज़बूरी को समझने की आवश्यकता है। साथ ही संकट के इस घडी में सहयोग की भावना होनी चाहिये। 

प्राइवेट स्कूलों में फीस की बात करें तो ऐसे कई स्कूल है जहाँ प्रतिमाह ,800,1000,1500,2000,और इससे भी अधिक है। इसके साथ एडमिशन फीस 10000 रूपये से 20000 रूपये तक। 

सरकारी स्कूलों में पढ़ाएं अपने बच्चों को 

सरकारी स्कूलों के सम्बन्ध में जो लोग गलत धारणा रखते है ,उनको आज हम अपने चैनल के माध्यम से कहना चाहेंगे कि सरकारी स्कूल में ऐसी कोई कमी नहीं है जिससे बच्चों को अच्छी शिक्षा न मिले। अभी वर्तमान में आये बोर्ड परीक्षा का परिणाम को ही देख लीजिये ,जो टॉपर है ओ सरकारी स्कूल से ही है। 

सरकारी स्कूलों में कार्य करने वाले शिक्षक ही अभी बच्चों के शिक्षा में अपना योगदान दे रहे है ,गावों में जाकर मोहल्ला क्लास लगा रहे है ,ऑनलाइन क्लास ले रहे है,घर घर जाकर मध्यान्न भोजन बाँट रहे है ,युनिफार्म बाँट रहे है। और भी कई काम है जिसे सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक ही कर रहे है। 

मासिक फीस में दें छूट 

प्राइवेट स्कूल के फीस के सम्बन्ध में पालकों का कहना है कि अभी जब तक स्कूल नहीं खुलता है तब तक स्कूल के मासिक क़िस्त में छूट मिले।

प्राइवेट स्कूलों के इस मनमानी रवैये से  पालकों में आक्रोश है और आगे इसके लिए आंदोलन  की तैयारी चल रही है।

आप क्या सोचते है ,कमेंट करके जरूर बताएं ,और यदि आपका भी अपना कोई विचार हो तो भी बताएं। जिससे हम अपने अगले लेख में आपको बातों को रख सकें। धन्यवाद। 

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2 Comments

  1. आज जब corona काल लोगों की नौकरी दांव पर लगी है तब भी प्राइवेट स्कूल वाले अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं, प्राइवेट नौकरी वालों को महीने का पूरा पेमेंट यहां तक कि आधा पेमेंट भी नहीं मिल रहा है जिस दिन काम करते हैं उस दिन का पैसा मिलता है छोटे-मोटे धंधा पानी वालों की भी स्थिति यही है इस पर भी हम लोगों को एडजस्ट करना पड़ रहा है इसके बावजूद भी भी प्राइवेट स्कूल वाले अपनी मासिक किस्त कम नहीं करना चाहते ऊपर से लॉकडाउन के समय का भी पूरा फीस वसूलने की बात करते हैं जबकि इन लोगों का स्कूल का मेंटेनेंस खर्चा बिजली पानी लिपाई पुताई साफ सफाई सारा खर्चा बच जाता हैं

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    1. प्रमोद , आप बिलकुल सही बोल रहे हो .....जब तक स्कूल नहीं खुलेगा और स्कूल में क्लास नहीं लगता है तब तक प्राइवेट स्कूल वालों को फीस नहीं लेना चाहिए ...इसके लिए पालकों में एकजुटता होनी चाहिए .....

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