HTML/JavaScript

संविलियन आदेश जारी - 8 वर्ष पूर्ण कर चुके शिक्षा कर्मियों का संविलियन भी 1 नवंबर 2020 को किया जायेगा ,,, 5400 शिक्षाकर्मियों को 4 माह की वरिष्ठता और आर्थिक नुकसान



शिक्षाकर्मियों का संविलियन 2020 

शिक्षा विभाग की सबसे बड़ी खबर संविलियन को माना जाता रहा है ,क्योंकि शिक्षाकर्मियों ने काफी लम्बी लड़ाई  के बाद संविलियन जैसे अपने अधिकार को प्राप्त किया है। छग प्रदेश में लगभग 2 लाख की संख्य्या ऐसे शिक्षकों की रही है जिन्हे शिक्षाकर्मी नाम दिया गया था।


आपको बता दें कि 01 जुलाई 2018 को सबसे पहले संविलियन की प्रक्रिया  प्रारम्भ हो गयी थी जिसमे लगभग 103000 शिक्षाकर्मीयो को संविलियन का लाभ मिलना शुरू हो गया था ,और जैसे जैसे शिक्षाकर्मियों को 8 वर्ष पूर्ण होता है शिक्षा विभाग में संविलियन कर दिया जाता है।

प्रदेश में अब शिक्षाकर्मियों की बहुत कम संख्या शेष रह गयी है जिन्हे संविलियन नहीं मिल पाया है ,ऐसे शिक्षाकर्मियों की संख्या लगभग 22000 है। इन्हे 1 नवम्बर 2020 को शिक्षा विभाग में संविलियन कर दिया जायेगा।

2 वर्ष की सेवा पूर्ण करने वालों का संविलयन 


जैसे कि आपको विदित होगा वर्तमान सरकार ने बजट में घोषणा किया था कि 1 जुलाई 2020 को 2 वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले शिक्षाकर्मियों की शिक्षा विभाग में संविलियन किया जायेगा ,ऐसे शिक्षाकर्मियों की संख्या लगभग 16000 है।

कुछ दिन पहले ही सरकार ने कैबिनेट बैठक में  निर्णय लिया है कि शिक्षाकर्मियों का संविलियन 1 जुलाई के बजाय 1 नवंबर 2020 को किया जायेगा। सरकार के इस निर्णय से शिक्षाकर्मियों को वरिष्ठता के साथ ही आर्थिक नुकसान भी होगा।

8 वर्ष पूर्ण करने वालो का भी 1 नवंबर को होगा संविलियन 

जिन शिक्षाकर्मियों ने 1 जुलाई 2020 को 8 वर्ष पूर्ण कर लिया है उनका भी संविलियन 1 नवंबर 2020 को ही किया जायेगा ,ऐसे में इन शिक्षाकर्मियों को ज्यादा नुक्सान उठाना पड़ रहा है। क्योंकि ऐसे शिक्षाकर्मियों को जुलाई में संविलयन का आदेश पहले से है। मंत्रालय का आदेश देखें 


8 वर्ष पूरा करने वाले शिक्षाकर्मियों  संविलियन पूर्व नियम के अनुसार होना चाहिए ,क्योंकि नया नियम (2 वर्ष में संविलियन ) केवल उन शिक्षाकर्मियों के लिए है जिनकी सेवा 1 जुलाई 2020 को दो वर्ष  हुआ है। जो नियम पहले से बना हुआ है उस नियम के आधार पर शिक्षकों को लाभ दिया जाना चाहिए।

वरिष्ठता और आर्थिक नुकसान 

वरिष्ठता के बारे में तो आप सभी को जानकरी जरूर होगा , वरिष्ठता एक ऐसी तिथि होती है जो किसी भी कर्मचारी के लिए बहुत मायने रखता है ,एक एक दिन का अंतर् कर्मचारी को कई साल पीछे कर सकता है। ऐसे में 4 माह की वरिष्ठता शिक्षकों के लिए बहुत बड़ा नुक्सान है।



वरिष्ठता में नुक्सान के साथ ही शिक्षकों को आर्थिक नुक्सान भी होगा। क्योंकि संविलियन यदि जुलाई में होता तो उन्हें बढ़ा हुआ वेतन जो प्रतिमाह 20000 - 25000 रूपये है ,अगस्त में मिल जाता ,जो अब दिसंबर में मिलेगा। इस प्रकार संविलियन होने वाले शिक्षाकर्मियों को 80 हजार से एक लाख रूपये का आर्थिक नुक्सान हो जायेगा।

कोर्ट जाने की तैयारी 

ऐसे शिक्षाकर्मी जिनकी सेवा १ जुलाई 2020 को आठ वर्ष या इससे अधिक हो गया है उनका संविलियन पूर्व नियम के अनुसार 1 जुलाई 2020 को हो जाना चाहिए था ,लेकिन सरकार की ओर से आदेश जारी कर सभी बचे हुए शिक्षाकर्मियों जिनकी सेवा कम से कम 2 वर्ष पूर्ण हो ,,,,,1 नवंबर 2020 को ही संविलियन किया जायेगा।

जिन शिक्षाकर्मियों की सेवा आठ वर्ष पूरा हो गया है वे जुलाई में संविलियन नहीं होने पर कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे है ,और उनका ये निर्णय सही भी है  ,क्योंकि उनका संविलियन पूर्व के नियम के अनुसार होना है ,ऐसे में यदि वे कोर्ट का शरण लेते है तो निर्णय उनके पक्ष में आ सकता है।

इसे भी पढ़ें 

Post a Comment

2 Comments

  1. Aise a sahayak shikshak jinka padonnati nahin hua hai unko kramonnatiMilana chahie yah sabse jyada so soshit, pidit Hain.

    ReplyDelete
  2. Sahayak shikshkon ko padonnati aur kramonnati milna hi chahiye sir ......iske upar bhi hamane article likha hai ,,,https://www.abdsnews.com/2020/05/sahayak-shikshak-promotion-and-kramonnati.html

    ReplyDelete