# सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput )
सुशांत सिंह राजपूत भारतीय टीवी और फिल्म अभिनेता थे। सबसे पहले उन्होंने किस देश में है मेरा दिल नामक धारावाहिक में काम किया लेकिन उनको पहचान एकता कपूर के धारावाहिक पवित्र रिस्ता से मिली। इस पहचान के बाद सुशांत सिंह को फिल्मों का प्रस्ताव मिलना शुरू हो गया।
फिल्म काय पो छे में उनको मुख्य अभिनेता का किरदार मिला जिसे उन्होंने अपने आपको बहुत ही शानदार रूप में प्रस्तुत किया। उनके इस अभिनय की बहुत तारीफ भी हुई। इसके बाद उन्हें कई फिल्मों का ऑफर आना शुरू हो गया।
इसके बाद सुशांत सिंह राजपूत शुद्ध देशी रोमांस फिल्म में वाणी कपूर , परिणीति चोपड़ा के साथ काम किये ये फिल्म सफल भी रहा। इसके बाद सुशांत सिंह का फ़िल्मी करियर आसमा छूने लगा।
वर्ष 2016 में आई फिल्म क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की बायोपिक एम एस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी में जबरदस्त अभिनय किये जिससे उन्हें काफी सराहना मिली और करोंड़ो लोग फैन हो गए। अब उनका फ़िल्मी करियर बुलंदियों को छूने लगा।
सुशांत सिंह ने एक के बाद एक कई फिल्मों में काम किया आज आपको उनके सभी फिल्मों और टीवी सीरियल के बारे में बताएँगे। सुशांत सिंह बॉलीवुड के उभरता हुआ सितारा था। ये सितारा अब सदा के लिए आसमान में छुप गया।
14 जून 2020 रविवार फिल्मजगत और बॉलीवुड के लिए काला रविवार के रूप में आया ,आज के दिन सुशांत सिंह राजपूत जैसे चमकता सितारा का अस्त हो गया। बांद्रा स्थित अपने घर में उन्होंने आत्महत्या जैसे भयानक कदम उठा लिया।
उनका इस प्रकार जाना किसी को यकीं नहीं हो रहा है। जो एक्टर अपने किरदार से बड़ी से बड़ी मुश्किल से लड़ने और विपरीत परिस्थिति का सामना कैसे करें -इस प्रकार सन्देश देता है वो अचानक जिंदगी की जंग कैसे हार गया।
सुशांत सिंह राजपूत ने अपने जीवन काल में 12 प्रसिद्ध फिल्मों में अभिनय किया इसके साथ ही उन्होंने 2 प्रसिद्ध टीवी धारावाहिक में भी अभिनय किया है। उनके चर्चित फिल्मों में डिटेक्टिव व्योमकेश बख्सी ,पीके ,केदारनाथ और छिछोरे फिल्म शामिल है।
सुशांत सिंह राजपूत सामान्य परिचय
नाम | सुशांत सिंह राजपूत |
जन्म | 21 जनवरी 1986 |
स्थान | पटना ,बिहार ,भारत |
व्यवसाय | अभिनेता |
ऊंचाई | 5 फ़ीट 10 इंच |
धर्म | हिन्दू |
मृत्यु | 14 जून 2020 (उम्र 34 वर्ष ) मृत्यु स्थान -बांद्रा मुंबई ,भारत |
मृत्यु कैसे हुई | आत्महत्या (फांसी ) |
टीवी कार्यक्रम
सुशांत सिंह ने अपने अभिनय की शुरुआती दौर में टीवी सीरियल और कुछ रियलिटी शो में काम किया नीचे आपको उनके द्वारा किये गए अभिनय ,वर्ष और सीरियल का विवरण दिया गया है।
वर्ष | सीरियल | किरदार |
2008-09 | किस देश में है मेरा दिल | प्रीत ललित जुनेजा के रूप में |
2009-10 | पवित्र रिश्ता | मानव -दामोदर देशमुख के रूप में |
2010-10 | जरा नचके दिखा (सीजन -2 ) | प्रतिभागी के रूप में |
2010 -11 | झलक दिखला जा -4 | प्रतिभागी के रूप में |
सुशांत सिंह राजपूत की फ़िल्में
सुशांत सिंह ने अपने फ़िल्मी करियर में कुल 12 फिल्मों में अपने अभिनय से लोगों के दिलों में राज किया है। उन्होंने अपने अभिनय से बहुत कम समय से ऊंचाई प्राप्त कर लिया था। वह बॉलीवुड का उभरता हुआ सितारा था। उनके फिल्मों के बारे में जानें
साल | फिल्म | किरदार |
2013 | काय पो छे | ईशान भट्ट |
2013 | शुद्ध देशी रोमांस | रघु राम |
2014 | पीके | सरफराज युसूफ |
2015 | डिटेक्टिव व्योमकेश बख्सी | व्योमकेश बख्सी |
2016 | एम एस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी | महेंद्र सिंह धोनी |
2017 | रबता | |
2018 | चन्दा मामा दूर के | |
2018 | केदारनाथ | मनसूर |
2019 | सोन चिड़िया | लखन सिंह "लखना " |
2019 | छिछोरे | अनिरुद्ध सिंह "अन्नी " |
2019 | दिल बेचारा | ये उनका अंतिम फिल्म था रिलीज से पहले उनका निधन हो गया |
सुशांत सिंह का इस प्रकार अचानक जिंदगी से मुंह मोड़ लेना आज हर किसी को हैरान कर रहा है। उनके मौत से फ़िल्मी दुनिया ,बॉलीवुड और राजनितिक गलियारे में शोक की लहार है। अभी तक किसी को समझ नहीं आ रहा है कि उन्होंने इतना बड़ा कदम आखिर क्यों उठाया।
बॉलीवुड से लेकर टीवी तक के तमाम सितारे और राजनेताओं ने सोशल मीडिया में दुःख जाहिर किया है। साथ ही सुशांत सिंह का परिवार एक होनहार और जवान बेटा को खोने के बाद सदमे में है। हम भगवान से दुआ करते है कि उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करें और परिवार को इस भयानक दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करें।
एक सन्देश
एक्टर#सुशांत सिंह# ने आत्म हत्या की....अक्सर आपने सुना होगा कोई नेता, कोई अभिनेता, आईपीएस, कोई डॉक्टर, बिजनेस मैन, बड़ी बड़ी सेलेब्रिटीज़ इतनी सफलता के बाद भी आत्म हत्या की लिए विवश हो जाते है....
*लेकिन क्या आपने कभी किसी #खिलाड़ी या स्पोट्स फिल्ड के शख्स के बारे मे सुना है कि उस खिलाड़ी ने आत्म हत्या की हो ??, शायद नही क्योकि वो बचपन से ही हारना जानता है और लड़ना भी उसने हार जीत देखी है अप डाउन देखा है।
इसलिए अपने बच्चो को हारने के मौके भी दीजिये जीवन के मैदान मे उतरे है एन्जॉय करने दीजिए हमेशा जितने की होड़ में न लगे रहें ..
बच्चो के लिए भी सन्देश है कि - कभी अपने आप को असहाय और कमजोर ना समझे,,, आप परिवार की आस,उम्मीद, और सहारा हो। मुसीबतें आये तो उनसे डटकर मुकाबला करें ,कभी भी हार न मानें।
दोस्तों ये सन्देश जितना हो सके लोगों तक पहुंचाएं। धैर्य रखें और हमेशा एक सच्चे दोस्त की भूमिका निभाएं।
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