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भारत के मंदिरों में अरबों रुपये है - इस संकट में करेंगे मदद। भारत के 10 सबसे अधिक अमीर मंदिर यहाँ देखिये



कोरोना के कारण पूरा देश लॉक डाउन ,,,,आर्थिक मदद के लिए आगे आएं। ....
भारत के 10 अमीर मंदिर 

कोरोना का संकट पुरे विश्व में  मौत का कहर बनकर टुटा है। इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वैश्विक महामारी घोषित कर दिया है। कोरोना ने विश्व के कई देशों में लाशों की कतार लगा दिया है। चीन के वुहान शहर से पैदा हुआ कोरोना वायरस के कारण अब विश्व  के लगभग सभी देश इस भयानक वायरस के चपेट में आ गया है। और कई देश पूरी तरह लॉक डाउन हो चूका है। 

भारत में भी कोरोना का संक्रमण बहुत तेजी से फैलने लगा है। इस महामारी के संक्रमण को रोकने का केवल एक ही तरीका है और वो है तालाबंदी या लॉक डाउन। इससे लोगों का चैन टूटेगा तभी कोरोना का चैन तोडा जा सकता है। 

कोरोना के तेज गति से फैलते हुए संक्रमण को रोकने के लिए भारत सरकार ने भी पुरे देश में लॉक डाउन करने का फैसला लिया है। और 24 मार्च के आधी रात से पुरे देश में लॉकडाउन कर दिया गया है। 

लॉक डाउन के कारण पूरा कारोबार बंद हो चूका है ,लोगों की रोजी रोटी छीन गयी है ,हमारे देश में ऐसे हजारों लोग है जो रोज कमाते है तब जाकर कहीं उन्हें दो वक्त की रोटी नसीब हो पाते है। ऐसे में लोगों के सामने भूखे रहने की स्थिति पैदा हो गयी है। 

सरकार सभी वर्गों की मदद कर रही है 

संकट के इस घडी में सरकार ने सभी सभी की चिंता की है और गरीबों के भोजन और पैसा के लिए बहुत बड़ी फंड भी जारी कर दिया है। और सरकार की ओर से साफ साफ कहा गया है कि किसी भी गरीब व्यक्ति को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है ,क्योंकि सरकार ने सभी के लिए सभी सुविधाएँ उपलब्ध करा रही है। 

कोरोना के कारण सरकार को लोगों की मदद के लिए बहुत बड़ी आर्थिक फंड की आवश्यकता है क्योंकि हमारे देश की आबादी इतनी ज्यादा है कि खरबों रूपये भी कम है मदद के लिए। आज ही देश के वित्त मंत्री द्वारा 1.70 हजार करोड़ रूपये का फंड जारी किया गया है जिसमे सभी वर्गों को मदद किया जायेगा। 

कर्मचारी वर्ग भी मदद करने सामने आये है 

देश में लाखों की संख्या में सरकारी कर्मचारी है जिन्होंने अपने सामर्थ्य के अनुसार गरीबों की मदद करने के लिए सामने आये है। जिसमे अलग अलग कर्मचारी संगठन अपना योगदान दे रहे है। विभिन्न राज्यों में मुख्यमंत्री रहत कोष में लोग सहायता राशि दान कर रहे है। 

कर्मचारियों द्वारा किये जा रहे इस पहल से भी करोङो रूपये की मदद मिलेगी जिससे सरकार को भी काफी राहत मिल पायेगी। और गरीबों को इस संकट की घड़ी में सहयोग मिल पायेगा। 

भारत के मंदिर, मस्जिद और गुरूद्वारे  में अरबो रूपये है 

जैसे कि आपको मालूम ही है हमारा देश धार्मिक ,सामाजिक स्तर पर बहुत वृहत है और यहाँ मंदिर ,मस्जिद और गुरूद्वारे भी काफी संख्या में है जिसमे लाखों ,करोड़ों और अरबो रूपये मौजूद है। इस संकट की घडी में इन ट्रस्टों को आगे आने की आवश्यकता है। यहाँ से बहुत बड़ा फंड दिया जा सकता है। 

मंदिरों की केवल बात करें तो इस संकट की घडी में मंदिर ट्रस्ट को भी आगे आकर गरीबो और सरकार की मदद करने का समय है। इस संकट में कई धार्मिक संसथान और मंदिर ट्रस्ट भी सहयोग राशि दे रहे है। यदि हमारे देश के सभी अमीर मंदिरभी सहयोग राशि जारी करें तो निश्चित ही देश हित में बहुत अच्छा होगा। 
चलिए आपको बताते है भारत के 10 सबसे अमीर  मंदिरों के बारे में 

वैसे तो भारत में कितनों मंदिर है जहा प्रचुर मात्रा में चल और अचल संपत्ति विद्यमान है लेकिन आपको यहाँ  10 ऐसे मंदिरों और के बारे में बताएँगे जो सबसे अमीर है।यहाँ पर भारत के 10 अमीर मंदिरों के बारे में बताया गया है और साथ ही उनके अनुमानित संपत्ति भी।  ये है वो  10 सबसे अमीर मंदिर 👇



1 .पद्नाभस्वामी मंदिर -तिरुवनंतपुरम -- 1 खरब डालर मूल्य की संपत्ति। 

2 . वेंकटेश्वर मंदिर ,तिरुपति -- स्वर्ण भण्डार और लगभग 52 टन सोने के गहने और 37000 करोड़ रूपये आदि। 

3.साईं बाबा का मंदिर ,शिर्डी -- सैकड़ों किलोग्राम सोना और 100 मिलियन से भी अधिक दान की राशि प्रतिवर्ष। 

4.वैष्णोदेवी मंदिर ,जम्मू कश्मीर --लगभग 500 करोड़ वार्षिक आय। 

5.सिद्धि विनायक मंदिर ,मुंबई --100 करोड़ से अधिक की वार्षिक आय और 125 करोड़ की सावधि जमा।

6.मिनाक्षी मंदिर ,मदुरै-- प्रतिवर्ष 6 करोड़ से अधिक कमाई और सोने का भण्डार । 

7.जगन्नाथ मंदिर ,पूरी -- सोने का भण्डार और 50 करोड़ वार्षिक। 

8. काशी विश्वनाथ मंदिर ,वाराणसी --6 करोड़ से अधिक वार्षिक आय। 

9.अमरनाथ गुफा ,अनंतनाग --इस मंदिर में भक्तों द्वारा बहुत अधिक चढ़ावा किया जाता है। 

10.सबरीमाला मंदिर ,पेरियार बाघ आरक्षित --यहाँ भी करोड़ों में वार्षिक आय है। 

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